
CG UJALA News: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की मैराथन बैठक में जहां महंत की सरकार पर चुप्पी को लेकर बवाल हुआ. वहीं अब नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने विधानसभा सत्र में लाठी लेकर जाने की बात कहकर हलचल मचा दी है.कांग्रेस के बयान पर भाजपा ने तीखा हमला किया हैं.
इस बार हम लोग लाठी लेकर जाएंगे – नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत
छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से होने जा रहा है. मानसून सत्र के लिए विपक्ष ने कमर कस ली है. नेताप्रतिपक्ष के बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार विपक्ष सदन में कोई कोर कसर नहीं छोड़ने वाली है. नेताप्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत लाठी लेकर विधानसभा जाने की बात ऐसे वक्त में कह रहे हैं. जब सरकार के लिए उनकी खामोशी ने कांग्रेस के भीतर सियासी बवाल खड़ा कर दिया है. अब महंत दावा कर रहे हैं कि विधानसभा के मानसून सत्र में मजबूती से जनहित के मुद्दों को तो उठाएंगे ही. सदन के भीतर और बाहर एकजुटता भी नजर आएगी. लेकिन सत्र की तैयारियों को लेकर दो टूक लहजे में कह दिया कि इस बार सभी सदस्य लाठी लेकर जाएंगे.
महंत ने पहले भी दिया था लाठी मारने वाला बयान
यह पहली बार नहीं है, जब नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने लाठी का जिक्र किया है. इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान भी नेताप्रतिपक्ष चुनावी मंच से लाठी मारने की बात कहते नजर आए है. हालाँकि उस दौरान में यह बयान खूब सियासी चर्चा में रहा. एक बार फिर नेताप्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने लाठी लेकर विधानसभा जाने की बात कही है.
लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं – अरुण साव
छत्तीसगढ़ की राजनीति में लाठी शब्द का उपयोग दूसरी बार नेताप्रतिपक्ष ने किया है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी लाठी मारने की बात नेताप्रतिपक्ष ने कही थी. उस दौरान उनके बयान पर बीजेपी ने करारा हमला बोला था. हालाँकि चुनावी नतीजों में जनता ने अपनी लाठी चला दी थी. विधानसभा के मानसून सत्र शुरू होने से पहले विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है. ऐसे में नेताप्रतिपक्ष विधानसभा में सभी साथियों के साथ लाठी लेकर जाने की बात कह रहे है.
वहीं महंत के इस बयान ने अब सियासी हलचल तेज कर दी. सत्तापक्ष को एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोलने का अवसर मिल गया. उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने महंत के बयान को सीधे हिंसा से जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि सदन में सभी को अपनी बात रखने का अवसर मिलता है. सत्र को लेकर सरकार की पूरी तैयारी है. लेकिन लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है.
प्रदेश की साय सरकार को घेरने की तैयारी में कांग्रेस
छत्तीसगढ़ की सियासत में यूं तो लाठी डंडों का कोई स्थान नहीं रहा. लेकिन लाठी लेकर सत्र में जाने की बात कहकर चरणदास महंत ने यह संकेत जरूर दे दिया कि इस बार सत्र में विपक्ष के तेवर तो तल्ख होंगे ही. सरकार को घेरने का कोई अवसर कांग्रेस नहीं चूकेगी. महंत का यह बयान जितना महत्वपूर्ण है. उससे ज्यादा इसकी टाइमिंग अहम है. महंत ने यह बयान ऐसे वक्त में दिया है, जब उन पर सरकार के खिलाफ मुखर नहीं होने के आरोप लगे हैं. ऐसे में सदन के भीतर और बाहर महंत कितने आक्रामक होते हैं, यह देखने वाली बात होगी.