नई दिल्ली । दिल्ली के आईएएस कोचिंग संस्थान में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत का मामला सोमवार को संसद में गूंजा। इस पर राज्यसभा में बहस छिड़ी तब सभापति जगदीप धनखड़ ने भी टिप्पणी की। सभापति धनखड़ ने संसद में कहा कि कोचिंग एक धंधा बन चुका है। उन्होंने कहा, कोचिंग आज एक तरह से धंधा बन गया है। हम हमेशा अखबार पढ़ते हैं,तब शुरुआत के एक दो पन्नों में उनके ही विज्ञापन मिलते हैं।
बता दें कि बेसमेंट में पानी भरने से तीन कोचिंग स्टूडेंट्स की मौत हुई थी। इसके अलावा बीते सप्ताह ही एक छात्र की बारिश होने के बाद करंट लगने से मौत हुई थी।
सभापति धनखड़ ने कहा, यह गंभीर मुद्दा है। हम अखबार पढ़ते हैं तब देखते हैं कि पहला पेज कोचिंग, दूसरा पेज कोचिंग और फिर तीसरा पेज भी कोचिंग के विज्ञापन से भरा हुआ है। यह खर्चा आखिर कहां से आता है। उन्हीं छात्र से जो अपना भविष्य बनाना चाहता है। यह घटना दुखद है। इस पर आप सभी लोग सुझाव दीजिए। आप लोग बताएं कि आखिर कैसे नवयुवकों को रोजगार मिल सकते हैं। मैं जब इसरो गया वहां देखा कि कोई भी आईआईटी और आईआईएम का नहीं था। सभी गांवों के पढ़े हुए लोग थे।