छत्तीसगढ़ के परिवहन विभाग की मनमानी से ट्रांसपोर्टर हुए त्रस्त…..पाटे कोहरा बैरियर में पदस्थ अफसरो पर उच्च अफसरों की विशेष कृपा….रोटेशन में तबादला करना भूला परिवहन विभाग…..
●छत्तीसगढ़ उजाला रायपुर●
छत्तीसगढ़ की सांय सरकार सुशासन की बात तो जोरशोर से करती है वही सरकार के परिवहन विभाग अपनी मनमानी बेखोफ होकर कर रहा है।नियमो की धज्जियां उड़ाता यह विभाग आज कल चर्चा में बना हुआ है।सांय सरकार में परिवहन विभाग मुख्यमंत्री के पास ही है।इसके बावजूद बॉर्डर में पदस्थ अफसर अपनी मनमानी करके ट्रांसपोर्टरों से अवैध वसूली कर रहे है।
बेरियर में पदस्थ पुलिस वालों से ट्रक मालिक त्रस्त हो चुके है।अपनी समस्या किसे बताये उनको यह भी समझ मे नही आ रहा है।राजनांदगांव के आगे पाटे कोहरा बैरियर में आये दिन ट्रक वालो से टोल कर्मियों के विवाद की बाते सामने आती ही है।छत्तीसगढ़ के सबसे ज्यादा वसूली सेंटर में इसी टोल नाके का नाम आता है।प्रदेश को विकास की ओर ले जाने वाले मुख्यमंत्री की छवि को परिवहन विभाग बट्टा लगाने में लगा है।अब इस विभाग की मनमानी कब बंद होगी।यह तो प्रभु श्रीराम ही जान सकते है।
परिवहन विभाग में नियमो की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।हर 6 माह में रोटेशन के तहत ट्रांसफर करने का विभाग में नियम बना हुआ है पर कांग्रेस की सरकार के समय से जो अफसर यहाँ पदस्थ थे वो आज भी कुंडली मारकर बैठे हुए है।इनको हटाने का भी समय परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों के पास नही है।सूत्रों के अनुसार परिवहन विभाग के उच्च अफसरों से यहाँ पदस्थ अफसरों का ठीक ठाक लेनदेन है।वैसे भी व्यवस्था करने वाला सभी को प्यारा होता है।तो फिर इनको हटाने से केवल नुकसान होगा।इसलिए नियम कानून गए तेल में।
महाराष्ट्र के एक बड़े ट्रांसपोर्टर ने छत्तीसगढ़ उजाला से बात की उनका कहना था कि इतनी लूटपाट देश के किसी और राज्य में नही है।यहाँ तो खुलेआम गुंडागर्दी की जा रही है।मनमाना पैसा मांगा जाता है।सांय सरकार से हमारी अपील है कि बैरियर में चल रही लूटपाट को बंद करवाये।साथ ही इस बैरियर में पदस्थ लोगों की जांच करवाई जाए।सरकार यहाँ की जांच करवाती है तो बड़ा खुलासा होगा।हर माह करोड़ो रुपयो की अवैध वसूली यहाँ की जा रही है।
आज भी लंबे समय से बैरियर में बैठे अफसरों को नही बदला गया है।ऐसा भी नही है कि इस मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को नही है।सभी को यह जानकारी है पर विभाग अपनी मनमानी खुलेआम कर रहा है।सुशासन की सरकार में कुशासन बड़े रूप से किया जा रहा है।सरकार जरूर बदली पर पुरानी परिपाटी आज भी चालू है।वो भी बड़ी तेजगति के साथ कि जा रही है। अब नई सरकार इस अवैध काम करने वालो के ऊपर कब कोई कार्रवाही करेगी यह देखना बाकी है।