छत्तीसगढ

गुरुघासीदास विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने जनप्रतिनिधियों की कोई अहमियत नही……दीक्षांत समारोह के कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में केंद्रीय मंत्री सहित उपमुख्यमंत्री का नाम गायब…..

गुरू घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह  आया चर्चा में…..  केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और प्रदेश सरकार के मंत्री,विधायक को विश्वविद्यालय ने  मंच में नही दी जगह…..विश्वविद्यालय प्रशासन की इस मनमानी पर नेताओ में दिखने लगी नाराजगी…

बिलासपुर छत्तीसगढ़ उजाला :  सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को लेकर गर्माहट भी बन गयी है।विश्वविद्यालय प्रशासन की अपनी मनमानी अब खुलकर सामने आ गयी।ऐसा लगता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को बिलासपुर के जनप्रतिनिधियों के सम्मान से कोई सरोकार नही है।दीक्षांत समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, PWD मंत्री अरुण साव और जिले के किसी भी विधायकों को अतिथि नहीं बनाया गया है। गुरुघासीदास यूनिवर्सिटी ने उन्हें निमंत्रण तो जरूर दिया है लेकिन मंच में उपराष्ट्रपति के साथ इन नेताओं को जगह नहीं दी जाएगी। माना जा रहा है कि दर्शक दीर्घा के प्रथम पंक्ति में इन जनप्रतिनिधियों के बैठने की व्यवस्था होगी।ऐसा करके विश्वविद्यालय अपनी मनमानी पर उतारू है।

गुरुघसीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर का 11वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया जा रहा है। इसकी तैयारी कैंपस में जोरशोर से की जा रही है। समारोह में देश के उप राष्ट्रपति जगदीश धनकड़ बतौर मुख्य अतिथि शामिल हो रहे है। इस बीच दीक्षांत समारोह का कार्ड छपकर आ गया है और अतिथियों को बांट भी दिया गया है। यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से जो कार्ड बांटा गया है उसके अनुसार उप राष्ट्रपति जगदीश धनकड़ मुख्य अतिथि है, तो राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, अतुल कोठारी, टी जी सीताराम विशिष्ठ अतिथि रहेंगे। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता विवि के कुलपति प्रो आलोक कुमार चक्रवाल होंगे। इस पूरे समारोह की सबसे खास बात ये है कि प्रदेश सरकार के किसी भी मंत्री को अतिथि नहीं बनाया गया है। और तो और छत्तीसगढ़ प्रदेश से एकमात्र केंद्रीय मंत्री तोखन साहू को भी अतिथि नहीं बनाया गया है। अब मंत्रियों को अतिथि नहीं बनाया गया है तो यूनिवर्सिटी प्रबंधन विधायकों की क्या समझता है यह आप आसानी से समझ सकते है।

यूनिवर्सिटी ने जब इन्हें अतिथि नहीं बनाया है तो मंच देने का सवाल ही नहीं उठता। मतलब साफ है कि केंद्रीय तोखन साहू, प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री व नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव को भी मंच में जगह नही दी जा रही है।हालांकि यूनिवर्सिटी ने इन सभी को समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया है।

यूनिवर्सिटी के विश्वस्त सूत्रों की माने तो इन सभी को दर्शक दीर्घा की सबसे पहली पंक्ति में बैठाया जाएगा। यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने केंद्रीय मंत्री और राज्य सरकार के मंत्रियों को क्यों अतिथि नहीं बनाया है ये अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।पूर्व में कभी  भी विश्वविद्यालय में नही हुआ जो इस बार किया जा रहा है।उप राष्ट्रपति के प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए इनकी उपस्थिति जरूरी है।वैसे कल के आयोजन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन में उलटफेर होने की भी कहानी सुनने में आ रही है।विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस आयोजन से अपनी सोच को जाहिर कर दिया।

Anil Mishra

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