छत्तीसगढ

*सियासत* *….सुशासन में आबकारी का नया नियम….. आओ गुरु करो पीना शुरू…….अब गली मोहल्लों में खुलेगी मधुशाला…..

*रायपुर:सुशासन की सरकार में बड़ा बदलाव अब नजर आने लगा है।आबकारी के नए नियम से सरकार को बड़े राजस्व को प्राप्ति होगी यह तो सुनिश्चित है।पर एक बात यह भी है कि इस नए नियम से आम जनता को काफी दिक्कतो का भी सामना करना पड़ेगा।अब शहर के साथ ही बाहरी क्षेत्रों में शराबियों का जमावड़ा भी दिखने लगेगा।इस नए नियम से महिलाओं को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ सकती है।राज्य में अब हर जगह मधुशाला ही नजर आएंगी।पूरा राज्य अब मद्यपान से परिपूर्ण प्रतीत होगा।ऐसा लगता है कि साय सरकार के पास अपना राजस्व बढ़ाने के लिए और कोई उपाय नही सुझा।अब सरकार पूरे प्रदेश को मयखाने के नए कलेवर में प्रस्तुत करने में ही आमादा है।*

*छत्तीसगढ़ उजाला@*

*सियासत*

रायपुर:सुशासन की सरकार में आबकारी के काम मे बड़ा बदलाव किया गया। अब गली मोहल्ले में हर जगह मधुशाला ही नजर आएगी।राजस्व का टारगेट बढ़ाने के बाद नए नियम बना लिए गए।आबकारी के नए नियम से सरकार की सोच जनता के सामने आ ही गयी।एक फिल्मी गाना याद आ गया।

पिले पिले ओ मेरे राजा पिले पिले ओ मेरी रानी……

राजधानी सहित प्रदेश में शराब की खपत बढ़ाने या लोगों की आसानी से शराब उपलब्ध कराने कई प्रयास किए जा रहे है। वर्ष 2021 में शराब को खपाने के लिए होम डिलीवरी सिस्टम शुरू किया गया था। इसके बाद अब मनपसंद ऐप लॉन्च किया गया है और बार के बजाय अब रेस्टोरेंटो में भी शराब पिलाने की छूट दी जा रही है। बार की तरह व्यावस्या नहीं होने के बाद भी रेस्टोरेंट और डाबों में भी शराब पिलाने के लिए लाइसेंस जारी किया जाएगा। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके तहत छोटे-छोटे ऐसे रेस्टोरेंट जहां केवल खाना खाने व्यवस्था है और जगह पर्याप्त है, वहां भी शराब के लिए लाइसेंस लिया जा सकता है।

कई हिस्ट्रीशीटरों को सरकार के इस नियम से बड़ा फायदा होगा। शहर में 200 से ज्यादा रेस्टोरेंट और पब संचालित हो रहे इनमें से कई रेस्टोरेंट और पब को शहर के हिस्ट्रीशीटर ही चला रहे हैं।आबकारी के इस नियम से इन टुटपुँजिया लोगो को बड़ा फायदा मिलेगा।अब तो हर जगह शराबियों का जमावड़ा ही नजर आएगा।

*आबकारी विभाग की आय का टारगेट भी बढ़ाया…*

आबकारी विभाग ने वर्ष 2024- 25 में करीब 11 हजार करोड़ राजस्व का लक्ष्य रखा है। इससे पहले वर्ष 2022-23 में 6 हजार 783 करोड़ था। वर्ष 2023-24 में 6700 करोड़ फिर रिवाइज्ड करके 8500 करोड़ कर दिया। अब वर्ष 2024-25 में करीब 11 हजार करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है।अब लक्ष्य को लेकर कुछ न कुछ तो नया करना पड़ेगा।

*कानून व्यवस्था की बढ़ेगी चुनौती*

वर्तमान में शहर में देर रात तक रेस्टोरेंट ढाबे और पथ खुले रहते हैं। अधिकांश में शराब पार्टी चलती है। पार्टी से नशे में धूत होकर निकलने वाले युवकों में विवाद की मामले अकसर सामने आते है। गैंगवार के साथ ही गोली चलने की घटना के कई मामले सामने आ चुके हैं। अब रेस्टोरेंट में शराब बिकने से इस तरह घटनाएं और ज्यादा बढ़ेगी।आम अब शाम होते ही सभ्य परिवार के लोगो का जीना कठिन हो जाएगा।अभी भी बहुत से बार हिस्ट्रीशीटर संचालित कर रहे हैं। आबकारी विभाग की यह अधिसूचना ऐसे लोगो के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।

वर्तमान में एक दिन शराब पिलाने का लाइसेंस लेकर  पूरे सप्ताह शराब पिलाया जाता था। लेकिन नई अधिसूचना के तहत उन्हें आसानी से शराब परोसने का लाइसेंस मिल जाएगा।इस नए नियम से पुलिस और आबकारी विभाग की परवाह किए बिना देर रात तक शराब परोस सकेंगे।रातभर नशेड़ी घूमते नजर आएंगे।नशे के चक्कर मे एक्सीडेंट के मामले भी बढ़ेंगे। हालांकि अधिसूचना के मुताबिक रेस्टॉरेंट में लाइसेंस लेकर दोपहर 12 से रात 12 बजे तक ही अधिकांश शहर के अंदर तो बड़ी संख्या में बार है वही शहर के बाहरी इलाको में  रेस्टोरेंट की भरमार है।वीआईपी रोड, एयरपोर्ट रोड सहित तेलीबांधा, माना, अभनपुर, आरंग, उरला, धरसींवा जैसे थाना क्षेत्रों में बड़ी संख्या में संचालित है।ऐसा लगता है जैसे कि आबकरी विभाग विभाग शराबियों को कह रहा है आओ गुरु करो पीना शुरू….ऐसा लगता है कि वो दिन दूर नही है जब सरकार शराब बेचने के लिए एक के साथ एक फ्री वाली योजनाओं को भी ला सकती है।राजस्व बढ़ाने के लिए सरकार को यह भी करना पड़ सकता है।

Anil Mishra

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