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अब एआई-संचालित ड्रोन द्वारा वेदांता एल्यूमिनियम बढ़ाएगी अपनी खदानों की सुरक्षा…….. यह टेक्नोलॉजी ब्लास्टिंग क्लीयरेंस ज़ोन में अवरोधों के रियल-टाईम अलर्ट देगी

14 फरवरी, 2025:सीजी उजाला

रायपुर:भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक वेदांता एल्यूमिनियम ने ओडिशा में अपनी जामखानी कोयला खदान में ब्लास्टिंग क्लीयरेंस और डेंजर ज़ोन मॉनिटरिंग के लिए अपना पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) संचालित ड्रोन-आधारित समाधान पेश किया है। प्रचालन उत्कृष्टता प्राप्त करने की दिशा में नई टेक्नोलॉजीस का लाभ उठाने के लिए वेदांता के स्पार्क के साथ सहयोग करते हुए, यह प्रोजेक्ट खनन कार्यों में सुरक्षा उपायों की एक महत्वपूर्ण उन्नति है।

अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर से लैस, एआई-संचालित ड्रोन 500 मीटर के ब्लास्टिंग ज़ोन के आसपास मनुष्यों, जानवरों और वाहनों की हरकतों को रियल-टाईम में एरियल व्यू और ऑटोमेटिक रूप से कैप्चर करता है, जिससे अधिकारी दूर से ही ऑपरेशन की निगरानी कर सकते हैं तथा लाइव स्ट्रीमिंग के ज़रिए ज़मीन पर होने वाली किसी भी हरकत के बारे में ऑटोमेटिड अलर्ट प्राप्त कर सकते हैं। यह अधिकारियों, ड्रोन पायलट और ब्लास्टिंग ऑफिसर के बीच सहज ऑडियो संचार की सुविधा भी देता है, जिससे सटीक समन्वय और प्रचालन दक्षता सुनिश्चित होती है।

ड्रोन की एआई क्षमताएं इसे स्वायत्त रूप से वस्तुओं का पता लगाने और रियल-टाईम अलर्ट भेजने में सक्षम बनाती हैं, जिससे उन ब्लाइंड-स्पॉट्स की व्यापक निगरानी होती है जिन्हें जमीनी निगरानी के माध्यम से नहीं पकड़ा जा सकता है। अनधिकृत प्रवेश या विसंगतियों के मामले में, यह तत्काल अलर्ट ट्रिगर करता है, जिससे त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई की जा सकती है।

जामखानी कोयला खदान ओडिशा में वेदांता की पहली ग्रीनफील्ड कोयला खदान है। यह खदान पूरी तरह चालू है और दुनिया के सबसे बड़े एल्यूमिनियम स्मेल्टरों में से एक वेदांता के झारसुगुडा प्लांट की ईंधन आवश्यकताओं को पूरा करती है।

इस पहल की अहमियत पर वेदांता एल्यूमिनियम के सीओओ सुनील गुप्ता ने कहा, ’’वेदांता एल्यूमिनियम में सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है। हमारे खनन सुरक्षा प्रोटोकॉल में एआई-संचालित ड्रोन को शामिल किया जाना निगरानी और अनुपालन में सुधार करते हुए एक सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम है। हम अपने कार्यबल की भलाई के लिए सर्वश्रेष्ठ डिजिटल समाधान अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’

इस पहल पर प्रकाश डालते हुए कोल माइंस के सीईओ डेविड स्टोन ने कहा, ’’ड्रोन आधारित निगरानी प्रणाली की शुरुआत ने खदान सुरक्षा में एक नया मानक स्थापित किया है। रियल-टाईम निगरानी और त्वरित संचार क्षमता प्रदान करके, यह हमारी टीमों को परिस्थितिजन्य जागरुकता में बढ़ोतरी एवं जोखिम शमन रणनीतियों के साथ सशक्त बनाता है।’’

वेदांता एल्यूमिनियम खनन क्षेत्र में सुरक्षा, दक्षता और स्थिरता को बढ़ाने वाली उन्नत तकनीकों को अमल में लाकर नवाचार को आगे बढ़ा रही है। एआई-संचालित ड्रोन समाधान कंपनी की अपने प्रचालन में डिजिटल परिवर्तन को लागू करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है।

सीवीसी और स्पार्क के उपाध्यक्ष और प्रमुख अमितेश सिन्हा ने स्टार्टअप के साथ कॉर्पोरेट सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए कहा, ’’वेदांता एल्यूमिनियम की माइंस टीम और स्काईलार्क ड्रोन्स के साथ साझेदारी में इस ड्रोन प्रोजेक्ट की तैनाती, अभिनव समाधानों के जरिए सुरक्षा के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। स्पार्क प्रोग्राम प्रमुख प्रचालन क्षेत्रों की पहचान करने, 70 से अधिक स्टार्टअप शुरु करने और 100 से अधिक परियोजनाओं को लागू करने के लिए वेदांता एल्यूमिनियम टीम के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है। एआई, रोबोटिक्स, आईओटी और स्मार्ट सुरक्षा समाधान जैसी तकनीकों का लाभ उठाकर, हम मैन्युफैक्चरिंग को बदलने के लिए इनोवेशन को आगे बढ़ा रहे हैं।’’

वेदांता एल्यूमिनियम शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवा, सतत आजीविका, ग्रामीण बुनियादी ढांचे और ग्रासरूट स्पोर्ट्स और संस्कृति से जुड़ी रणनीतिक पहलों के माध्यम से ओडिशा में बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थानीय अधिकारियों और सामुदायिक हितधारकों के साथ मिलकर काम करते हुए, कंपनी यह सुनिश्चित करती है कि उसके हस्तक्षेप से सामाजिक-आर्थिक प्रगति के लिए ठोस राह तैयार हो।

वेदांता एल्यूमिनियम, वेदांता लिमिटेड का एक व्यवसाय है जो भारत का सबसे बड़ा एल्यूमिनियम उत्पादक है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024 में भारत के आधे से अधिक एल्यूमिनियम यानी 23.7 लाख टन का उत्पादन किया है। यह वैल्यू-ऐडेड एल्यूमिनियम उत्पादों में अग्रणी है, जिनका कोर इंडस्ट्रीज़ में बेहद महत्वपूर्ण इस्तेमाल होता है। वैश्विक एल्यूमिनियम उद्योग में एसएंडपी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असैसमेंट 2024 विश्व रैंकिंग में वेदांता एल्यूमिनियम दूसरे स्थान पर है, यह उपलब्धि सतत विकास अभ्यास हेतु कंपनी की प्रतिबद्धता की परिचायक है। भारत में अपने विश्व स्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर, एल्युमिना रिफाइनरी और बिजली संयंत्रों के साथ कंपनी धरती के हरेभरे कल के लिए ’भविष्य की धातु’ के रूप में एल्यूमिनियम की उभरती ऐप्लीकेशंस को बढ़ावा देने के अपने मिशन पर निरंतर आगे बढ़ रही है।

Anil Mishra

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