*सड़क दुर्घटना में “गंभीर घायल व्यक्ति” के लिए “प्राण संजीवनी” देने में जुटे मंत्री राकेश शुक्ला…* *मंत्री ने कारगेट रुकवाया अपनी गाड़ी से घायल को इलाज के लिए भेजा चिकित्सालय…*
छत्तीसगढ़ उजाला
भोपाल/शाजापुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। अमूनन मंत्रियों को ग्रामीण क्षेत्र के लोग “वीआईपी कल्चर” का मानते हैं लेकिन जिसके परिवेश में ग्रामीण संस्कृति और दुख-सुख का भाव वसा हो। ऐसे मंत्री कम ही देखने को मिलते हैं।
मध्यप्रदेश में एक ऐसे ही मंत्री राकेश शुक्ला है। जो पूर्णता ग्रामीण परिवेश और दुख के भाव को समझने को लेकर सने हुए हैं। मामला यूं था कि प्रदेश सरकार के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला एक दिवसीय प्रवास पर गुरुवार को प्रदेश के शाजापुर जिले के दौरे पर थे।
शाजापुर जिले में निर्माणाधीन सौर संयंत्रों (गैर परंपरागत स्रोतों से बिजली का उत्पादन) के निरीक्षण को लेकर जैसे ही मोहन बड़ोदिया की ओर जा रहे थे। तभी उनकी नजर रास्ते में सड़क पर गंभीर अवस्था में पड़े घायल व्यक्ति पर पड़ी। मंत्री राकेश शुक्ला ने तुरंत अपना कारगेट रुकवाया। तुरंत हनुमंत गति से घायल व्यक्ति के पास पहुंचे और “प्राण संजीवनी” के लिए अपने काफिले के वाहन को निर्देशित करते हुए घायल को उपचार के लिए शाजापुर चिकित्सालय रवाना किया। साथ ही उन्होंने जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को समुचित इलाज के लिए निर्देशित किया।