आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नीट धांधली से जुड़े मामले में नौ परीक्षार्थियों और उनके माता-पिता या अभिभावक को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन नोटिस के बाद भी पूछताछ के लिए कोई नहीं आया। इस मामले में अब नीट की एक अभ्यर्थी ईशा भारती अपने पिता के साथ आर्थिक अपराध इकाई के कार्यालय पहुंची, जहां उससे पूछता की जा रही है। ईसा का कहना है कि नोटिस मिला था और इस नोटिस पर वह आई है। ईशा भारती ने कहा कि अभी मैं इओयू के पूछताछ मे सहयोग करने उनके कार्यालय जा रही हूं। ईशा के साथ आये उनके पिता ने बताया कि वह बख्तियारपुर के रहने वाले हैं, उनको नोटिस मिला था इसलिए हम लोग नोटिस का सम्मान करते हुए यहां आए हैं। आर्थिक अपराध इकाई में इन लोगों से घंटों पूछताछ हुई।
13 में चार की हो चुकी है गिरफ्तारी
आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों का कहना है कि अब तक की छानबीन में सॉल्वर गैंग के पास 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड मिले थे। इनमें से चार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। बाकी 9 परीक्षार्थियों के बारे में जानकारी के लिए EOU ने परीक्षा का संचालन करने वाली एजेंसी NTA से जानकारी मांगी थी। जानकारी मिलने के बाद उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। आर्थिक अपराध इकाई के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों का कहना है कि सभी अभ्यर्थी बिहार के अलग-अलग जिलों से हैं।
दो आरोपियों की तलाश में पुलिस जाएगी जोधपुर
NEET परीक्षा मामले में मुजफ्फरपुर पुलिस जोधपुर जाएगी। मिठनपुरा थाना क्षेत्र के मालीघाट स्थित एक निजी स्कूल में आयोजित नीट की परीक्षा के दौरान सेंटर से फरार हुए स्कॉलर हुकमा राम और परीक्षार्थी राज पांडेय को जिला पुलिस खोज रही है। मुज़फ्फरपुर पुलिस की दो अलग- अलग टीम जोधपुर एम्स व पटना जाकर दोनों आरोपियों के ठिकाने पर छापेमारी करेगी। इस बात की जानकारी सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित ने दी। उन्होंने बताया कि अगर ये दोनों फरार हो जाते हैं, तो उनके नाम और पता का सत्यापन करके उनका कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट निर्गत कराया जाएगा।
जानिए कौन है आरोपी हुकमा राम और राज पाण्डेय
फर्जी अभ्यर्थी हुकमा राम जोधपुर एम्स में थर्ड सेमेस्टर का छात्र है। वह एक स्कॉलर है। करीब चार लाख रुपये में उसने असली परीक्षार्थी राज पांडेय की जगह नीट की परीक्षा में बैठने का सौदा किया था। नीट की परीक्षा मेंहुए धांधली को लेकर अब आइसा छात्र संगठन ने इसके खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। इस संबंध में आइसा छात्र नेता दिव्यम का कहना है कि पेपर लीक के बाद आंसर शीट में भी गड़बड़ी हुई है। कॉपी ठीक से चेक नहीं किया गया है। उनका कहना है कि अभ्यर्थियों को दिए गए नंबर में भी गड़बड़ी हुई है, लेकिन इस मामले पर सरकार तो चुप है ही, लेकिन साथ में केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी खामोश हैं। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस परीक्षा को रद्द कर दिया जाए और पुनः परीक्षा आयोजित की जाए।