छत्तीसगढ़

नैतिक और आध्यात्मिक शक्तियों से करें राज्य का विकास

रायपुर। छत्तीसगढ़ आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परम्पराओं वाला राज्य है। इसका विकास विज्ञान के बल पर नहीं अपितु नैतिक और आध्यात्मिकता के आधार पर करने की जरूरत है ताकि यह राज्य सारे देश के लिए रोल मॉडल बन सके। ये बातें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के अतिरिक्त महासचिव ब्रह्माकुमार मृत्युजंय भाई ने कही। ब्रह्माकुमार मृत्युजंय भाई ब्रह्माकुमारी संगठन के राजनीतिक सेवा प्रभाग द्वारा विधानसभा रोड पर स्थित शान्ति सरोवर में मंत्रियों एवं विधायकों के लिए आयोजित सम्मान समारोह में अपने विचार रख रहे थे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य को नैतिक और आध्यात्मिकता के आधार पर भयमुक्त, पाप मुक्त, दु:खमुक्त और विकारमुक्त बनाएं। उन्होंने लोगों के जीवन को मूल्यनिष्ठ बनाने पर जोर देते हुए कहा कि मनुष्य के मस्तिष्क को परिवर्तन करने के लिए नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षा की आवश्यकता है। इस अवसर पर ब्रह्माकुमार मृत्युजंय भाई ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महन्त, नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सहित समस्त मंत्रियों और विधायकों का शॉल और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया। प्रारम्भ में क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने समस्त अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में क्षेत्रीय समन्वयक ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी और भिलाई सेवाकेन्द्र की इन्चार्ज ब्रह्माकुमारी आशा दीदी भी उपस्थित थीं।

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